Thursday, July 28, 2011

Sayari- Hindi

1.
कभी हम युवराज के छक्के और धोनी के बालों के लिए मर गए........
कभी हम सलमान के चरित्र, मधुबाला के चेहरे और कैटरीना कि चालों के लिए मर गए.............
कभी हम अमेरिका के वीसा और IT की Job के लिए मर गए........
कहीं होंगे भगत सिंह तो कहते होंगे - यार सुखदेव, राजगुरु ..... हम भी किन सालों के लिए मर गए ! ......
2.
आँसुओं को खबर कैसे हुई तेरी जुदाई की, शायद ये खुद ही निकल आये हैं तेरी तलाश में

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